Ba Part 2 History Paper 3 Model Paper 1 Download : यहाँ से करें एक क्लिक में डाउनलोड
Ba Part 2 History Paper 3 Model Paper 1 Download : नमस्कार साथियों आप सभी का स्वागत है एक और नयें आर्टिकल में । आइए आज जानते है हमलोग Ba Part 2 History Paper 3 से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण वस्तुनिष्ठ प्रश्न एवं उनसे संबंधित महत्वपूर्ण बातें और इसके साथ ही आपको एक Long Type Question उत्तर के साथ बतायेंगें ।
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Ba Part 2 History Paper 3 Model Paper 1 Download : वस्तुनिष्ठ प्रश्न एवं उनके उत्तर
01. दिल्ली में कुतुब मीनार की नींव इनमें से किसने रखी ?
(a) महमूद ग़ज़नी
(b) मोहम्मद गोरी
(c) कुतुब-उद-दीन ऐबक
(d) इल्तुतमिश
उत्तर :- (c) कुतुब-उद्दीन ऐबक
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02. गाज़ी मलिक किस वंश का संस्थापक था?
(a) तुगलक
(b) खिलजी
(c) सैय्यद
(d) लोदी
उत्तर :- (a) तुगलक वंश
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03. लोदी वंश का अंतिम शासक कौन था ?
(a) इब्राहिम लोदी
(b) सिकन्दर लोदी
(c) इल्तुतमिश
(d) बहलोल लोदी
उत्तर :- (a) इब्राहिम लोदी
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04. दिल्ली सल्तनत में दीवान-ए-आरिज किस विभाग से संबंधित था?
(a) विदेश कार्य
(b) शाही पत्राचार
(c) सैन्य विभाग
(d) वित्त विभाग
उत्तर :- (c) सैन्य विभाग
दिल्ली सल्तनत में विभिन्न प्रशासनिक विभाग जैसे-
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05. गयासुद्दीन तुगलक अला-उद-दीन खिलजी के शासनकाल के दौरान कहाँ का राज्यपाल था ?
(a) बंगाल
(b) राजस्थान
(c) कश्मीर
(d) पंजाब
उत्तर :- (d) पंजाब
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06. अमीर खुसरो किसके दरबार में एक प्रसिद्ध कवि थे?
(a) अकबर
(b) शाहजहां
(c) इब्राहिम लोधी
(d) अलाउद्दीन खिलजी
उत्तर :- (d) अलाउद्दीन खिलजी
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07. दिल्ली सल्तनत के किस वंश ने सबसे कम समय तक शासन किया ?
(a) खिलजी
(b) तुगलक
(c) सैय्यद
(d) लोदी
उत्तर :- (a) खिलजी वंश
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08. निम्नलिखित में से किस शासक ने जीतल नामक तांबे के सिक्के जारी किए?
(a) मोहम्मद बिन तुगलक
(b) फिरोज शाह तुगलक
(c) इल्तुतमिश
(d) कुली कुतुब शाह
उत्तर :- (c) इल्तुतमिश
- वह कुतुब-उद-दीन-ऐबक का उत्तराधिकारी था।
- इनका शासनकाल 1211 ई. से 1236 ई. तक था ।
- वह दिल्ली सल्तनत का तीसरा शासक था, जो मामलुक वंश से संबंधित था।
- उसने चालीस वफादार गुलाम अमीरों की टुकड़ी का गठन किया जिसे तुर्कान-ए-चिहलगनी भी कहा जाता है, जिसे चालीसा भी कहा जाता है।
- उसने चांदी का सिक्का (टंका) और तांबे का सिक्का (जीतल) प्रस्तावित किया।
- उसने लाहौर के स्थान पर दिल्ली को राजधानी बनाया।
09. निम्नलिखित में से कौन सुल्तान इल्तुतमिश का वज़ीर था?
(a) मलिक नायक
(b) निज़ाम उल-मुल्क जुनैदी
(c) सईद फखर-ए-मुदब्बीर
(d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर :- (b) निजाम-उल-मुल्क जुनैदी
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10. गुलाम वंश कि स्थापना किसने कि ?
(a) इल्तुतमिश
(b) कुतुब-उद-द्दीन ऐबक
(c) बलबन
(d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर :- (b) कुतुब-उद्दीन ऐबक
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Ba Part 2 History Paper 3 Model Paper 1 Download : दीर्घ उत्तरीय प्रश्न एवं उनके उत्तर
प्रश्न 01. दिल्ली सल्तनत के इतिहास के साहित्यिक स्रोतों का विवरण दें ? (VVI)
or, सल्तनत काल के इतिहास लेखन कि विवेचना करें ? (2021)
उत्तर :- दिल्ली सल्तनत का इतिहास
- दिल्ली सल्तनत का संस्थापक “कुतुबुद्दीन ऐबक” को माना जाता है ।
- कुतुबुद्दीन ऐबक गौरी सम्राज्य का शासक “मुहम्मद गौरी” का गुलाम था । वर्ष 1206 में मुहम्मद गौरी ने कुतुबुद्दीन ऐबक को अपना उत्तराधिकारी बनाया । जब 1206 में मुहम्मद गौरी कि मृत्यु हो जाती है । इसके पश्चात् 1206 से 1526 ई. तक के काल को सल्तनत काल के नाम से जाना जाता है ।
- इस दौरान विभिन्न विभिन्न मुस्लिम वंशों ने शासन किया जैसे कि- गुलाम वंश, खिलजी वंश, तुगलक वंश, सैय्यद वंश, लोधी वंश ।
सल्तनतकालीन साहित्यिक स्रोत :-
सल्तनत कालीन इतिहास को जानने का अनेकों साहित्यिक स्रोत उपलब्ध है । इस दौरान इस्लाम धर्म का प्रचार-प्रसार हुआ । इसके साथ ही कई यात्री एवं धर्म-प्रचारको के द्वारा भारत कि यात्रा कि गयी और उन्होनें भारत के यात्रा के संबंध में तात्कालिक परिस्थियों को वर्णित कर अपने यात्रा-वृतांत प्रस्तुत किये । इनमें कुछ प्रमुख निम्नलिखित है , जो सल्तनतकालीन इतिहास को जानने में मदद करती है ।
- तारीख-ए-हिन्द : यह पुस्तक “अलबरुनी” कि रचना है । जो महमूद गजनवी के आक्रम के समय भारत आया था । वें अरबी और फारसी भाषा के ज्ञाता थे । इन्होनें अपनी इस पुस्तक में 11वीं शताब्दी के प्रारंभ में हिन्दुओं के साहित्य, विज्ञान एवं धर्म के तात्कालिक दशाओं का वर्णन किया है । इसे “किताब-उल-हिन्द” के नाम से भी जाना जाता है ।
- तारीख-ए-फिरोजशाही : यह जियाउद्दीन बरनी कि कृति है । इन्होनें इस पुस्तक में बलबन के राज्यारोहण से लेकर फिरोजशाह तुगलक के शासन काल के छठे वर्ष का वर्णन किया है । इसके साथ ही उन्होनें इस पुस्तक में अलाउद्दीन खिलजी के शासनकाल कि सामाजिक एवं आर्थिक दशाओं का वर्णन किया है ।
- ताज-उल-मसीर : इस पुस्तक कि रचना हसन निजामी के द्वारा कि गयी है । इस पुस्तक में 1192 ई. से 1228 ई. तक के भारतीय घटनाओं को वर्णित किया गया है । यह पुस्तक अरबी एवं फारसी दोनों भाषा में लिखी गयी है ।
- फुतूहात-ए-फिरोजशाही : यह पुस्तक फिरोजशाह तुगलक के शासनकाल के बारें में जानकारी प्रस्तुत करती है । इसमें फिरोजशाह के सैन्य-अभियान का वर्णन किया गया है । इसके संबंध में कहा जाता है कि यह पुस्तक “फिरोजशाह तुगलक” के द्वारा ही लिखा गया है ।
- तबकात-ए-नासिरी : यह पुस्तक मिन्हाज-उस-सिराज कि रचना है । जिसमे मुहम्मद गौरी के भारत विजय से लेकर 1259-60 ई. तक का वर्णन किया गया है ।
- तारीख-ए-मसूदी : अरबी भाषा के इस पुस्तक का लेखक ” अबुल फजल मुहम्मद बिन हुसैन अल बौहाकी” था । इस पुस्तक में दरबारी षड्यंत्र एवं राजनीतिक चालों पर प्रभावकारी वर्णन किया गया है । इस पुस्तक में महमूद गजनवी एवं मसूदी के शासनकाल का वर्णन किया गया है ।
- किताब-उल-रेहला : इस पुस्तक कि रचना अफ्रीकी यात्री “इब्नबतूता” के द्वारा किया गया है । वह 1333-1342 ई. तक भारत में रहा और मुहम्मद बिन तुगलक के दरबार में न्यायिक पद पर कार्य किया । अरबी भाषा में लिखी इस पुस्तक में मुहम्मद बि तुगलक के शासनकाल कि रुप-रेखा बतायी गयी है ।
- खजायल-उल-फुतुह : यह पुस्तक अमीर खुसरों के द्वारा लिखी गयी है । इसमे दिल्ली सल्तनत से संबंधित विभिन्न जानकारियाँ मिलती है ।
निष्कर्ष :-
अत: उपयुक्त वर्णित विभिन्न यात्री द्वारा रचित ऐतिहासिक यात्रा-वृतांत से दिल्ली सल्तनत कि सम्पूर्ण जानकारियों को समझने में सुविधा मिलती है ।
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